मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने एक बार फिर दरियादिली का उदाहरण पेश किया है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के खिलाफ एसटी-एससी धारा के तहत जामताड़ा जिला के मिहिजाम थाना में दर्ज कराया गया केस वापस ले लिया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने पुलिस अधीक्षक जामताड़ा को पत्र लिखकर कर इस केस पर आगे कोई आवश्यक कार्रवाई नहीं करने की सूचना दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे दिल में पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के खिलाफ कोई द्वेष या बदले की भावना नहीं है। हम बिल्कुल सकारात्मक सोच के साथ झारखंड को दिशा देना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2019 के समय चुनावी सभा में पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास द्वारा जातिसूचक टिप्पणी से मैं दु:खी होकर एसटी-एससी थाने में उनके खिलाफ सनहा दर्ज कराया था। परंतु अब चुनाव खत्म हो गया है और मैं नहीं चाहता कि इस मामले को आगे बढ़ाया जाए। अब आपसी मतभेद का कोई मतलब नही है। हमें इस राज्य का सर्वांगीण विकास करना है। हम सकारात्मक सोच के साथ चलने वाले हैं।
जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक को लिखा पत्र
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने पुलिस अधीक्षक जामताड़ा को लिखे पत्र में कहा है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने चुनावी सभा में मेरे विरुद्ध जातिसूचक उपनाम लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया था। जिससे दु:खी होकर मैंने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम 1989 (संशोधन 2015) के तहत मिहिजाम थाने में मामला दर्ज कराया था। परंतु सम्यक विचारोपरान्त मैंने उक्त मामले को वापस लेने का निर्णय लिया है। अतएव उक्त मामले के मिहिजाम थाना कांड संख्या 110/19, दिनांक 25-12-2019, धारा-504/506/404 भाoदoविo एवं 3(r)(s) अनुoजाo/अनुoजनo जाo अत्याचार अधिनियम 1989 (संशोधन 2015) में आगे कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान जामताड़ा के मिहिजाम में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने एसटी-एससी थाना मिहिजाम में श्री दास के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। अपनी शिकायत में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास पर उनके लिए जातिसूचक शब्द का प्रयोग करने का आरोप लगाया था। लेकिन अब उन्होंने ये केस वापस ले लिया है।