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मुख्यमंत्री ने दिया होम क्वारंटाइन बंद करने का आदेश, अधिकारियों को 2 माह तक अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश


    मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के सभी होम क्वारंटाइन को तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है। ये निर्देश सूचना भवन में वरीय अधिकारियों के साथ लॉकडाउन के तीसरे दिन कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए गए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य में जहां कहीं भी होम क्वारंटाइन हो रहा है, उसे तुंरत बंद कराया जाए। संदिग्धों को सरकार के क्वारंटाइन में ही रहना होगा। उन्होंने कहा कि हमें चीजों को समझना होगा। ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों में घर छोटे- छोटे होते हैं। ऐसी स्थिति में परिवार के सदस्यों या संपर्क में आने वाले व्यक्ति में संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। इस बात का सभी अधिकारी ध्यान रखें। राज्य में होने वाली मृत्यु की भी जानकारी जुटाएं। मौत के कारणों को जानें। पूरी जांच होनी चाहिए। आप सभी 21 दिन का नहीं 2 माह का बैकअप लेकर काम करें। थर्मल गन, जांच मशीन, मास्क, टेस्ट किट, पीसीआर मशीन, पीपीए ड्रेस, ग्लोब्स जैसे जरूरी चीजों की कमी नहीं होनी चाहिए। 

    अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी सौंपे
    मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विभागों में कार्य नहीं हो रहा है। ऐसे में अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी दें। एक संरचना तैयार करें। नोडल अफसर नियुक्त होना चाहिए। इनसे राज्य के बाहर फंसे लोगों को मदद पहुंचाने, जरूरतमंदों को राशन व जरूरी सामान उपलब्ध कराने हेतु कार्य सौंपा जाए। राज्यवासियों का पूरा ध्यान रखना सरकार की प्राथमिकता में है।

    बाहर से आए लोगों की निगरानी रखें, बाहर फंसे लोगों की मदद करें
    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बाहर से आने वाले लोगों की कड़ी निगरानी करें। उनके क्वारंटाइन को प्राथमिकता दें। साथ ही राज्य के बाहर फंसे झारखंड के लोगों की मदद करें। इसके लिए विभिन्न राज्यों के कंट्रोल रूम का नंबर फंसे हुए लोगों को उपलब्ध कराएं। झारखंड में संचालित कंट्रोल रूम का नंबर पूरे देश में प्रसारित करें, ताकि फंसे लोगों को मदद पहुंचाया जा सके। देश के राज्यों के फूड सप्लाई डिपार्टमेंट से भी संपर्क स्थापित कर फंसे हुए लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। इस कार्य में स्वंय सेवी संस्थाओं की भी मदद लें। 

    छोटे मालवाहक विमान की व्यवस्था करें
    मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों से जरूरी मशीन, दवा व अन्य जरूरी वस्तुओं को लाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में एक छोटे मालवाहक विमान की व्यवस्था करें। ताकि जरूरी सामान झारखंड समय पर आ सके। समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी, अपर मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार सिंह, प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव श्री अविनाश कुमार, प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, पुलिस महानिदेशक श्री एमवी राव, विशेष सचिव श्री रमाकांत सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपालजी तिवारी, निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग श्री राजीव लोचन बक्शी, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार श्री अभिषेक प्रसाद व अन्य उपस्थित थे।

    वह सब जो जानना जरूरी है...

    - कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए तीन राज्य स्तरीय कंट्रोल कार्य कर रहें हैं।
    - 93 व्यक्ति की जांच की गई, सभी नेगेटिव मिले।
    - मुख्यमंत्री को समीक्षा बैठक के दौरान कई फोन कॉल आये, जिसमें विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों ने अपनी व्यथा व्यक्त की।
    - मुख्यमंत्री ने राज्यवार और जिलावार कार्य अधिकारियों को सौंपने का निदेश दिया
    - मुख्यमंत्री ने झारखंड में पदस्थापित अन्य राज्य के आईएएस अधिकारियों से फंसे लोगों की मदद करने का अनुरोध किया।

     

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