मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने मंत्रालय में राज्य के सभी जिला के उपायुक्तों से लॉक डाउन की स्थिति की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि आप इस बात का ध्यान रखें कि लोगों में किसी तरह का डर का माहौल न बने। पूरे देश में लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए बाहर निकलने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई है। आप सभी लोग तैयार रहें। राज्य की किसी भी व्यक्ति को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। यह सुनिश्चित कर लें। भूख की स्थिति उत्पन्न न हो। लोगों को दवा समेत अन्य जरूरी सामान उपलब्ध हो।
क्वारंटाइन सेंटर में सभी को अलग अलग रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन में सभी को अलग अलग रखने की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि पीड़ित को किसी तरह की परेशानी न हो। होटल, हॉस्टल, खाली पड़े भवन को इसके लिए तैयार करें।
मजदूरों को उनके गांव तक पहुंचाएं
मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को ये निर्देश दिया कि झारखंड के विभिन्न जिले कई राज्यों की सीमा पर स्थित हैं। ऐसे में सैकड़ों की संख्या में मजदूर झारखंड स्थित अपने घर लौट रहें हैं और लॉक डाउन की स्थिति में वे सीमावर्ती क्षेत्रों में फंस गए हैं। इन सभी मजदूरों व अन्य को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद करें। इसको आप सभी गंभीरता से लें। परिवहन के लिए वाहन की व्यवस्था भी करें।
होम क्वारंटाइन नहीं सरकार के क्वारंटाइन में रहेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम क्वारंटाइन में लोगों की सही निगरानी नहीं हो सकती। ऐसे लोग दूसरों के संपर्क में आएंगे, जिससे आनेवाले समय में समस्या उत्पन्न हो सकती है। सभी जिला के उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि बाहर से आनेवाले लोगों को सरकार की निगरानी में 14 दिनों तक रखा जाए। उनके लिए पूरी व्यवस्था करें। भय का माहौल नहीं बने। बस जागरूक कर उन्हें अपनी निगरानी में रखें। पंचायत भवन, प्रखंड स्थित भवन में ऐसे लोगों को रखने की व्यवस्था की जाए।
सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की बिक्री होगी
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को ये भी निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार-हाट लगने दें। लेकिन इसमें इस बात का ध्यान रखें कि बाजार में सब्जी, फल, खाद्यान्न, मसाला समेत आवश्यक वस्तु की ही बिक्री हो। कपड़ा, खाने-पीने की दुकानें नहीं लगे। दुकानों के बीच कम से कम 20 फ़ीट का फासला हो।
इन मामलों पर भी ध्यान देने का मिला निर्देश
- मजदूरों और गरीबों के लिए राशन की व्यवस्था करें।
- पंचायत स्तर पर बाहर से आने वाले लोगों की सूची तैयार करें।
- मास्क, किट की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
- प्रखंड स्तर पर आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर का निर्माण करें।
- जिला में आने वाले लोगों की सटीक जानकारी रखें।
- निजी अस्पतालों को भी अलर्ट में रखें।
- होम डिलीवरी के माध्यम से लोगों को खाद्यान्न व दवा उपलब्ध हो यह सुनिश्चित करें।
- ग्राम, पंचायत और प्रखंड स्तर पर गठित समिति के सदस्यों का मोबाइल व व्हाट्सएप नंबर उपलब्ध कराएं।
- कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार पर ध्यान दें।
- आवश्यक सेवा में लगे वाहनों का परिचालन नहीं रोंके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संसदीय कार्य मंत्री श्री आलमगीर आलम, वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री एम वी राव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपालजी तिवारी, मुख्यमंत्री के वरीय आप्त सचिव श्रीमुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार श्री अभिषेक प्रसाद, मुख्यमंत्री के वरीय आप्त सचिव श्री सुनील श्रीवास्तव उपस्थित थे।